एक खास न्यौता
1. 2014 के अधिवेशन का न्यौता देने के लिए अभियान कब से शुरू होगा?
1 अगर आप अपने दोस्तों या परिवारवालों को एक खास दावत देना चाहते हैं जिसमें काफी मेहनत लगेगी और खर्चा आएगा, तो आप बड़े जोश के साथ उन्हें न्यौता देंगे। सन् 2014 के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अधिवेशन में हमें जो आध्यात्मिक दावत दी जाएगी उसे तैयार करने में भी काफी मेहनत की गयी है। हमें अधिवेशन के तीन हफ्ते पहले से दूसरों को न्यौता देने का सम्मान मिलेगा। जोश के साथ दूसरों को न्यौता देने में क्या बात हमारी मदद करेगी?
2. अभियान में पूरा-पूरा हिस्सा लेने के लिए क्या बात हमें उभारेगी?
2 अधिवेशन में यहोवा हमें जो आध्यात्मिक दावत देता है उससे हमें निजी तौर पर काफी फायदा होता है। अगर हम इस बात पर मनन करें और इसके लिए अपने दिल में कदरदानी बढ़ाएँ तो यह हमें उभारेगा कि हम इस अभियान में पूरा-पूरा हिस्सा लें। (यशा. 65:13, 14) हमें यह भी याद रखना चाहिए कि हर साल जो अभियान चलाया जाता है उसके काफी अच्छे नतीजे निकलते हैं। हम जिन्हें न्यौता देते हैं उनमें से कई लोग हमारे साथ अधिवेशन में हाज़िर होंगे। लेकिन जितने लोगों की हम उम्मीद करते हैं उतने अगर नहीं भी आते तो निराश मत होइए। याद रखिए हम अभियान में हिस्सा लेने के लिए जो मेहनत करते हैं उससे यहोवा की महिमा होती है और यह ज़ाहिर होता है कि वह कितना दरियादिल है।—भज. 145:3, 7; प्रका. 22:17.
3. न्यौता कैसे बाँटा जाएगा?
3 प्राचीनों के निकाय को तय करना चाहिए कि मंडली ज़्यादा-से-ज़्यादा न्यौते कैसे बाँट सकती है। उन्हें यह भी तय करना चाहिए कि जिन घरों में लोग नहीं मिलते वहाँ न्यौता छोड़ें या नहीं और क्या अपने इलाके में सरेआम गवाही देकर इसे बाँटा जा सकता है। शनिवार-रविवार को अगर मुमकिन हो तो न्यौते के साथ पत्रिकाएँ भी दी जा सकती हैं। अगर महीने का पहला शनिवार अभियान के दौरान पड़ता है तो बाइबल अध्ययन शुरू करने के बजाय न्यौता देने पर ज़्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए। अभियान खत्म होने के बाद हमें कितनी खुशी होगी कि हमने इसमें बड़े जोश से हिस्सा लिया और ज़्यादा-से-ज़्यादा लोगों को न्यौता दिया ताकि वे हमारे साथ आध्यात्मिक दावत का मज़ा ले सकें।
[पेज 3 पर बक्स]
आप क्या कहेंगे?
दस्तूर के मुताबिक दुआ-सलाम करने के बाद, आप कह सकते हैं, “दुनिया-भर में एक अभियान चलाया जा रहा है और हम लोगों को एक खास कार्यक्रम में हाज़िर होने का न्यौता दे रहे हैं। कार्यक्रम की तारीख, समय और पता न्यौते में दिया गया है।”