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  • ‘यहोवा महान और अति स्तुति के योग्य है’
  • हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2016
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हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2016
mwb16 सितंबर पेज 6

पाएँ बाइबल का खज़ाना | भजन 142-150

‘यहोवा महान और अति स्तुति के योग्य है’

145:1-5

तारों से भरा आसमान

जब दाविद ने यह समझा कि यहोवा की महानता की कोई सीमा नहीं है, तो उसके मन में आया कि वह हमेशा यहोवा की स्तुति करे

145:10-12

दाविद की तरह यहोवा के वफादार सेवकों का भी मन करता है कि वे यहोवा के महान कामों के बारे में बातचीत करते रहें

बाइबल के ज़माने का एक परिवार तारों से भरे आसमान को देखते हुए

145:14

एक आदमी मदद के लिए दूसरे आदमी का हाथ थाम हुए है

दाविद को पूरा यकीन था कि यहोवा अपने सभी सेवकों का खयाल रख सकता है और वह ऐसा करना चाहता है

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