अध्ययन के लिए विषय
जागते रहने के लिए गहराई से अध्ययन कीजिए
दानियेल 9:1-19 पढ़िए और जानिए कि गहराई से अध्ययन करना क्यों ज़रूरी है।
और जानने के लिए आस-पास की आयतें पढ़िए। इससे पहले क्या घटनाएँ घटी थीं और इसका दानियेल पर क्या असर हुआ था? (दानि. 5:29–6:5) अगर आप दानियेल की जगह होते, तो आपको कैसा लगता?
खोजबीन कीजिए। दानियेल ने शायद किन ‘पवित्र किताबों’ का अध्ययन किया होगा? (दानि. 9:2, फु.; दानिय्येल पेज 309 पै. 6) दानियेल ने अपने और इसराएल राष्ट्र के भी पाप क्यों कबूल किए? (लैव्य. 26:39-42; 1 राजा 8:46-50; दानिय्येल पेज 182-184) दानियेल की प्रार्थना से कैसे पता चलता है कि वह परमेश्वर के वचन का गहराई से अध्ययन करता था?—दानि. 9:11-13.
सोचिए कि आपने क्या सीखा। खुद से पूछिए:
‘मुझे क्या करना होगा ताकि दुनिया में हो रही घटनाओं की वजह से मेरा ध्यान ना भटके?’ (मीका 7:7)
‘दानियेल की तरह अगर मैं भी परमेश्वर के वचन का गहराई से अध्ययन करूँ, तो मुझे क्या फायदा होगा?’ (प्र04 8/1 पेज 12 पै. 17)
‘“जागते रहने” के लिए मुझे किन विषयों पर अध्ययन करना चाहिए?’ (मत्ती 24:42, 44; प्र12 8/15 पेज 5 पै. 7-8)