शादी के बिना एक-साथ रहने के बारे में बाइबल क्या कहती है?
शास्त्र से जवाब
बाइबल में बताया है कि परमेश्वर चाहता है कि हम ‘नाजायज़ यौन-संबंधों से दूर रहें।’ (1 थिस्सलुनीकियों 4:3) बाइबल में जब “नाजायज़ यौन-संबंधों” की बात की गयी है, तो उसका मतलब है, एक शादीशुदा व्यक्ति का अपने जीवन-साथी को छोड़ किसी और के साथ संबंध रखना, समलैंगिक संबंध रखना या एक ऐसे आदमी और औरत का आपस में यौन-संबंध रखना जिनकी शादी नहीं हुई है।
शादी किए बिना एक-साथ रहने के बारे में परमेश्वर की क्या सोच है?
क्या बिना शादी किए साथ रहने से यह पता चल जाता है कि दोनों की बनेगी या नहीं?
शादी किए बिना एक-साथ रहने के बारे में परमेश्वर की क्या सोच है?
शादी का इंतज़ाम परमेश्वर ने किया है। उसी ने सबसे पहले आदमी और औरत को शादी के बंधन में बाँधा था। (उत्पत्ति 2:22-24) इससे पता चलता है कि वह चाहता था कि आदमी और औरत यूँ ही साथ ना रहें, बल्कि शादी करें और हमेशा एक-दूसरे के वफादार रहें।
परमेश्वर हम इंसानों का भला चाहता है। उसने शादी का इंतज़ाम इसलिए किया ताकि पति-पत्नी हमेशा साथ रहें। इससे पूरा परिवार सुख-चैन से जी पाता। इस बात को समझने के लिए एक उदाहरण पर ध्यान दीजिए। एक फर्नीचर बनानेवाला आपको टेबल के अलग-अलग हिस्से देता है और साथ में एक छोटी किताब भी देता है। उस किताब में बताया है कि टेबल बनाने के लिए अलग-अलग हिस्सों को कैसे जोड़ना है। उसी तरह परमेश्वर ने भी हमें बताया है कि परिवार में खुशी पाने के लिए हमें क्या करना होगा। अगर हम उसकी बातों और स्तरों को मानें, तो इससे हमेशा हमारा भला होगा।—यशायाह 48:17, 18.
फर्नीचर बनानेवाला जो किताब देता है, उसमें लिखा होता है कि अलग-अलग हिस्सों को जोड़कर टेबल कैसे बनानी है। उसी तरह परमेश्वर ने बाइबल के ज़रिए बताया है कि परिवार में खुशी पाने के लिए हमें क्या करना चाहिए
बिना शादी किए संबंध रखने के बुरे अंजाम होते हैं। जैसे ना चाहते हुए बच्चा हो सकता है, एड्स जैसी कोई बड़ी बीमारी हो सकती है और बहुत दुख सहना पड़ सकता है।
परमेश्वर ने आदमी-औरत को इस तरह बनाया है कि वे यौन-संबंध रखकर बच्चे पैदा कर सकते हैं। बच्चे पैदा करने की काबिलीयत परमेश्वर की तरफ से मिला एक तोहफा है। इससे एक आदमी और औरत एक नन्ही-सी जान को दुनिया में ला सकते हैं और यह जान यहोवा की नज़र में बहुत अनमोल है। परमेश्वर चाहता है कि एक आदमी-औरत शादी करने के बाद ही संबंध रखें और बच्चे पैदा करें। इस तरह वे परमेश्वर के दिए इस तोहफे की कदर कर रहे होंगे।—इब्रानियों 13:4.
क्या बिना शादी किए साथ रहने से यह पता चल जाता है कि दोनों की बनेगी या नहीं?
कुछ लोगों को लगता है कि एक आदमी-औरत को पहले कुछ वक्त साथ रहना चाहिए ताकि जान सकें कि उनकी आपस में बनेगी या नहीं। और अगर उनकी नहीं बनती, तो वे एक-दूसरे को छोड़ देते हैं। पर सच तो यह है कि खुश रहने के लिए दोनों को पक्का इरादा करना होगा कि वे हर हाल में एक-दूसरे का साथ निभाएँगे और मिलकर मुश्किलों का सामना करेंगे।a शादी करने से उनका यह इरादा और पक्का हो जाता है।—मत्ती 19:6.
पति-पत्नी अपना रिश्ता कैसे मज़बूत कर सकते हैं?
शादीशुदा ज़िंदगी में मुश्किलें तो आती हैं। लेकिन अगर पति-पत्नी बाइबल में दी सलाह मानें, तो वे खुश रह सकते हैं। इसमें दी कुछ सलाह हैं:
खुद-से-ज़्यादा अपने साथी की ज़रूरतों के बारे में सोचिए।—1 कुरिंथियों 7:3-5; फिलिप्पियों 2:3, 4.
अपने दिल में उसके लिए प्यार बढ़ाइए और उसकी इज़्ज़त कीजिए।—इफिसियों 5:25, 33.
सोच-समझकर बात कीजिए।—नीतिवचन 12:18.
सब्र रखिए और माफ करने के लिए तैयार रहिए।—कुलुस्सियों 3:13, 14.
a “पति-पत्नियों के लिए—साथ निभाने का इरादा” नाम का लेख पढ़ें।