25 एक चेले का अपने गुरु जैसा और दास का अपने मालिक जैसा बनना ही बहुत है।+ जब लोगों ने घर के मालिक को ही बाल-ज़बूल कहा है,+ तो उसके घर के लोगों को क्यों न कहेंगे?
25 एक चेले का अपने गुरु जैसा और दास का अपने मालिक जैसा बनना ही बहुत है।+ जब लोगों ने घर के मालिक को ही बाल-ज़बूल* कहा है,+ तो उसके घर के लोगों को क्यों न कहेंगे?