43 अगर तेरा हाथ कभी तुझसे पाप करवाए* तो उसे काट डाल। अच्छा यही होगा कि तू एक हाथ के बिना जीवन पाए, बजाय इसके कि दोनों हाथों समेत गेहन्ना में डाला जाए, हाँ, उस आग में जो कभी बुझायी नहीं जा सकती।+
43 अगर तेरा हाथ कभी तुझसे पाप करवाए* तो उसे काट डाल। अच्छा यही होगा कि तू एक हाथ के बिना जीवन पाए, बजाय इसके कि दोनों हाथों समेत गेहन्ना* में डाला जाए, हाँ, उस आग में जो कभी बुझायी नहीं जा सकती।+