34 और अगर तुम उन लोगों को उधार दो जिनसे तुम्हें वापस पाने की उम्मीद है, तो इसमें तारीफ की क्या बात है?+ पापी भी तो दूसरे पापियों को उधार देते हैं ताकि उन्होंने जितना दिया है उतना वापस पा सकें।
34 और अगर तुम उन लोगों को उधार* दो जिनसे तुम्हें वापस पाने की उम्मीद है, तो इसमें तारीफ की क्या बात है?+ पापी भी तो दूसरे पापियों को उधार देते हैं ताकि उन्होंने जितना दिया है उतना वापस पा सकें।