13 जो बीज चट्टानी ज़मीन पर गिरे, वे ऐसे लोग हैं जो वचन को सुनकर इसे खुशी-खुशी स्वीकार करते हैं, मगर उनमें जड़ नहीं होती। वे थोड़े वक्त के लिए यकीन करते हैं, मगर परीक्षा के वक्त गिर जाते हैं।+
13 जो बीज चट्टानी ज़मीन पर गिरे, वे ऐसे लोग हैं जो वचन को सुनकर इसे खुशी-खुशी स्वीकार करते हैं, मगर उनमें जड़ नहीं होती। वे थोड़े वक्त के लिए यकीन करते हैं, मगर परीक्षा के वक्त गिर जाते हैं।+