35 और लोग वहाँ खड़े देख रहे थे। मगर उनके धर्म-अधिकारी* यह कहकर उसकी खिल्ली उड़ाते रहे, “इसने दूसरों को तो बचाया। और अगर यह परमेश्वर का भेजा हुआ मसीह और उसका चुना हुआ है, तो अब खुद को बचाए।”+
35 और लोग वहाँ खड़े देख रहे थे। मगर उनके धर्म-अधिकारी* यह कहकर उसकी खिल्ली उड़ाते रहे, “इसने दूसरों को तो बचाया। और अगर यह परमेश्वर का भेजा हुआ मसीह और उसका चुना हुआ है, तो अब खुद को बचाए।”+