36 जहाँ तक दाविद की बात है, उसने सारी ज़िंदगी परमेश्वर की पवित्र सेवा की,* फिर वह मौत की नींद सो गया और उसे अपने पुरखों के साथ दफनाया गया और वह सड़ गया।+
36 जहाँ तक दाविद की बात है, उसने सारी ज़िंदगी परमेश्वर की पवित्र सेवा की,* फिर वह मौत की नींद सो गया और उसे अपने पुरखों के साथ दफनाया गया और वह सड़ गया।+