10 जब हम परमेश्वर के दुश्मन थे, तब अगर उसके बेटे की मौत की बिनाह पर परमेश्वर के साथ हमारी सुलह हुई,+ तो अब जब हमारी सुलह हो चुकी है, तो हम उसके जीवन के ज़रिए उद्धार पाने का और भी कितना यकीन रख सकते हैं!
10 जब हम परमेश्वर के दुश्मन थे, तब अगर उसके बेटे की मौत की बिनाह पर परमेश्वर के साथ हमारी सुलह हुई,+ तो अब जब हमारी सुलह हो चुकी है, तो हम उसके जीवन के ज़रिए उद्धार पाने का और भी कितना यकीन रख सकते हैं!