30 तो फिर हम क्या कहें? यही कि हालाँकि गैर-यहूदी राष्ट्रों के लोग नेक ठहरने की कोशिश नहीं कर रहे, फिर भी परमेश्वर उन्हें नेक ठहरा रहा है+ क्योंकि उनमें विश्वास है।+
30 तो फिर हम क्या कहें? यही कि हालाँकि गैर-यहूदी राष्ट्रों के लोग नेक ठहरने की कोशिश नहीं कर रहे, फिर भी परमेश्वर उन्हें नेक ठहरा रहा है+ क्योंकि उनमें विश्वास है।+