3 वे नहीं जानते थे कि परमेश्वर की नज़र में नेक ठहरने के लिए क्या ज़रूरी है।+ इसलिए वे अपने तरीके से खुद को नेक ठहराने की कोशिश करते रहे+ और परमेश्वर के नेक स्तरों पर नहीं चले।+
3 वे नहीं जानते थे कि परमेश्वर की नज़र में नेक ठहरने के लिए क्या ज़रूरी है।+ इसलिए वे अपने तरीके से खुद को नेक ठहराने की कोशिश करते रहे+ और परमेश्वर के नेक स्तरों पर नहीं चले।+