7 मगर सिर्फ तीतुस के यहाँ होने से नहीं बल्कि यह देखकर भी हमें दिलासा मिला कि उसने तुम्हारी वजह से तसल्ली पायी थी। उसने लौटकर हमें खबर दी है कि तुम मुझे देखने के लिए कितना तरस रहे हो, बहुत शोक मना रहे हो और मेरे लिए कितनी चिंता कर रहे हो। यह सुनकर मुझे और भी खुशी हुई।