10 मैं तुमसे दूर होकर भी ये बातें तुम्हें इसलिए लिख रहा हूँ कि जब मैं तुम्हारे बीच रहूँ, तो मुझे प्रभु के दिए अधिकार का सख्ती से इस्तेमाल न करना पड़े।+ यह अधिकार उसने मुझे तुम्हें मज़बूत करने के लिए दिया है, न कि तुम्हें गिराने के लिए।
10 मैं तुमसे दूर होकर भी ये बातें तुम्हें इसलिए लिख रहा हूँ कि जब मैं तुम्हारे बीच रहूँ, तो मुझे प्रभु के दिए अधिकार का सख्ती से इस्तेमाल न करना पड़े।+ यह अधिकार उसने मुझे तुम्हें मज़बूत करने के लिए दिया है, न कि तुम्हें गिराने के लिए।