11 इसके अलावा, यह बात साफ है कि कानून के आधार पर किसी को भी परमेश्वर की नज़र में नेक नहीं ठहराया जा सकता+ क्योंकि लिखा है, “जो नेक है, वह अपने विश्वास से ज़िंदा रहेगा।”+
11 इसके अलावा, यह बात साफ है कि कानून के आधार पर किसी को भी परमेश्वर की नज़र में नेक नहीं ठहराया जा सकता+ क्योंकि लिखा है, “जो नेक है, वह अपने विश्वास से ज़िंदा रहेगा।”+