2 मैं यह इसलिए कर रहा हूँ ताकि उनके दिलों को दिलासा मिले+ और वे पूरे तालमेल के साथ प्यार के बंधन में एक-दूसरे से जुड़े रहें+ और वे उस दौलत को हासिल करें जो इस बात का पूरा यकीन होने पर मिलती है कि उनकी समझ बिलकुल सही है। तब वे परमेश्वर के पवित्र रहस्य का यानी मसीह का सही ज्ञान हासिल कर सकेंगे।+