7 उसमें गहराई तक जड़ पकड़ो और बढ़ते जाओ+ और विश्वास में मज़बूती पाते रहो,+ ठीक जैसे तुम्हें सिखाया गया था, साथ ही तुममें धन्यवाद की भावना उमड़ती रहे।+
7 उसमें गहराई तक जड़ पकड़ो और बढ़ते जाओ+ और विश्वास में मज़बूती पाते रहो,+ ठीक जैसे तुम्हें सिखाया गया था, साथ ही तुममें धन्यवाद की भावना उमड़ती रहे।+