2 मगर अब इन दिनों के आखिर में उसने हमसे अपने बेटे के ज़रिए बात की है,+ जिसे उसने सब चीज़ों का वारिस ठहराया+ और जिसके ज़रिए उसने दुनिया की व्यवस्थाएँ* बनायीं।+
2 मगर अब इन दिनों के आखिर में उसने हमसे अपने बेटे के ज़रिए बात की है,+ जिसे उसने सब चीज़ों का वारिस ठहराया+ और जिसके ज़रिए उसने दुनिया की व्यवस्थाएँ* बनायीं।+