6 मगर अब गिर गए हैं और दूर जा चुके हैं,+ उन्हें पश्चाताप करने के लिए वापस लाना नामुमकिन है। क्योंकि वे खुद परमेश्वर के बेटे को एक बार फिर काठ पर ठोंक देते हैं और सबके सामने उसे शर्मिंदा करते हैं।+
6 मगर अब गिर गए हैं और दूर जा चुके हैं,+ उन्हें पश्चाताप करने के लिए वापस लाना नामुमकिन है। क्योंकि वे खुद परमेश्वर के बेटे को एक बार फिर काठ पर ठोंक देते हैं और सबके सामने उसे शर्मिंदा करते हैं।+