1हम तुम्हें उसके बारे में लिख रहे हैं जो जीवन का वचन है, जो शुरूआत से था और जिसकी हमने सुनी, जिसे हमने अपनी आँखों से देखा, जिस पर हमने गौर किया और जिसे हमने अपने हाथों से छुआ।+
1हम तुम्हें उसके बारे में लिख रहे हैं जो जीवन का वचन है, जो शुरूआत से था और जिसकी हमने सुनी, जिसे हमने अपनी आँखों से देखा, जिस पर हमने गौर किया और जिसे हमने अपने हाथों से छुआ।+