17 और मुझे दर्शन में घोड़े और उनके सवार इस रूप में दिखायी दिए: उनके कवच धधकती आग जैसे लाल और गहरे नीले और गंधक जैसे पीले थे। घोड़ों के सिर शेरों के सिर जैसे थे+ और उनके मुँह से आग, धुआँ और गंधक निकल रही थी।
17 और मुझे दर्शन में घोड़े और उनके सवार इस रूप में दिखायी दिए: उनके कवच धधकती आग जैसे लाल और गहरे नीले और गंधक जैसे पीले थे। घोड़ों के सिर शेरों के सिर जैसे थे+ और उनके मुँह से आग, धुआँ और गंधक निकल रही थी।