7 वह स्वर्गदूत बुलंद आवाज़ में कह रहा था, “परमेश्वर से डरो और उसकी महिमा करो क्योंकि उसके न्याय करने का वक्त आ गया है।+ इसलिए उस परमेश्वर की उपासना करो जिसने आकाश और धरती और समुंदर और पानी के सोते बनाए।”+
7 वह स्वर्गदूत बुलंद आवाज़ में कह रहा था, “परमेश्वर से डरो और उसकी महिमा करो क्योंकि उसके न्याय करने का वक्त आ गया है।+ इसलिए उस परमेश्वर की उपासना करो जिसने आकाश और धरती और समुंदर और पानी के सोते बनाए।”+