3 और उसे अथाह-कुंड में फेंक दिया+ और अथाह-कुंड को बंद करके उस पर मुहर लगा दी ताकि वह 1,000 साल के खत्म होने तक राष्ट्रों को फिर गुमराह न करे। इसके बाद ज़रूरी है कि उसे थोड़ी देर के लिए आज़ाद किया जाए।+
3 और उसे अथाह-कुंड में फेंक दिया+ और अथाह-कुंड को बंद करके उस पर मुहर लगा दी ताकि वह 1,000 साल के खत्म होने तक राष्ट्रों को फिर गुमराह न करे। इसके बाद ज़रूरी है कि उसे थोड़ी देर के लिए आज़ाद किया जाए।+