3 यहोवा ने दर्शन में उससे कहा, “तूने मुझसे जो प्रार्थना और कृपा की बिनती की है वह मैंने सुनी है। मैंने इस भवन के साथ, जिसे तूने बनाया है, अपना नाम हमेशा के लिए जोड़ा है और इस तरह इसे पवित्र ठहराया है।+ मेरी आँखें हमेशा इस पर लगी रहेंगी और यह भवन सदा मेरे दिल के करीब रहेगा।+