14 वह शाम को भवन में जाती थी और सुबह उसे औरतों के दूसरे भवन में भेज दिया जाता। इस भवन की देखरेख राजा का खोजा शाशगज करता था,+ जो राजा की उप-पत्नियों का रखवाला भी था। भवन से लौटने के बाद वह लड़की दोबारा राजा के सामने तब तक नहीं जा सकती थी, जब तक कि राजा खुश होकर खुद उसे नहीं बुलाता था।+