8 अब तुम्हें यहूदियों की हिफाज़त के लिए जो सही लगे, वही करो। मेरे नाम से एक फरमान निकालो और उस पर मेरी अँगूठी से मुहर लगाओ। क्योंकि जो फरमान राजा के नाम से जारी किया जाता है और जिस पर राजा की अँगूठी की मुहर होती है, उसे किसी भी हाल में रद्द नहीं किया जा सकता।”+