नीतिवचन 30:2 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल) 2 मैं सबसे बड़ा अज्ञानी हूँ,+लोगों में जो समझ होनी चाहिए, वह मुझमें नहीं।