5 “मेरी बहन, मेरी दुल्हन,
देख, मैं अपनी बगिया में आ गया हूँ।+
मैंने अपना गंधरस और अपने खुशबूदार पौधे ले लिए हैं,+
मधुमक्खी का छत्ता और उसका शहद खा लिया है,
अपनी दाख-मदिरा और दूध पी लिया है।”+
“ऐ प्यारे दोस्तो, जी-भरकर खाओ-पीओ!
एक-दूसरे के प्यार में मदहोश हो जाओ।”+