विलापगीत 1:2 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल) 2 वह रात-भर फूट-फूटकर रोती है,+ आँसुओं से उसके गाल भीग जाते हैं। उसके इतने यारों में एक भी ऐसा नहीं जो उसे दिलासा दे।+ उसके अपने साथियों ने उसे दगा दिया है,+ वे सब उसके दुश्मन बन बैठे हैं। विलापगीत यहोवा के साक्षियों के लिए खोजबीन गाइड—2019 संस्करण 1:2 प्रहरीदुर्ग,10/1/1988, पेज 30
2 वह रात-भर फूट-फूटकर रोती है,+ आँसुओं से उसके गाल भीग जाते हैं। उसके इतने यारों में एक भी ऐसा नहीं जो उसे दिलासा दे।+ उसके अपने साथियों ने उसे दगा दिया है,+ वे सब उसके दुश्मन बन बैठे हैं।