6 तुम जहाँ-जहाँ रहते हो, वहाँ के सभी शहर नाश कर दिए जाएँगे,+ ऊँची जगह ढा दी जाएँगी और उजाड़ पड़ी रहेंगी।+ तुम्हारी वेदियाँ ढा दी जाएँगी और चूर-चूर कर दी जाएँगी। तुम्हारी घिनौनी मूरतें नष्ट कर दी जाएँगी, तुम्हारे धूप-स्तंभ तोड़ दिए जाएँगे और तुम्हारे हाथ की बनायी हुई चीज़ें मिटा दी जाएँगी।