13 तू सोने-चाँदी से अपना सिंगार करती थी और तेरी पोशाकें बढ़िया मलमल, महँगे-महँगे कपड़ों और कढ़ाईदार कपड़ों से बनी होती थीं। तू मैदे, शहद और तेल से बने पकवानों का मज़ा लेती थी। दिनों-दिन तेरा रूप इस तरह निखरता गया कि तेरी खूबसूरती देखते बनती थी+ और तू रानी बनने के काबिल हो गयी।’”