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2 कुरिंथियों 1:20नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
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20 इसलिए कि परमेश्वर के चाहे कितने ही वादे हों, वे सब उसी के ज़रिए ‘हाँ’ हुए हैं। इसलिए उसी के ज़रिए परमेश्वर से “आमीन” कहा जाता है, ताकि हम परमेश्वर को महिमा दे सकें।
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