2 अबशालोम सुबह तड़के उठता और शहर के फाटक की तरफ जानेवाले रास्ते के पास खड़ा हो जाता था।+ जब भी कोई आदमी ऐसा मुकदमा लेकर जा रहा होता जिसका न्याय राजा को करना था,+ तो अबशालोम उसे अपने पास बुला लेता। वह उससे पूछता, “तू किस शहर का है?” वह आदमी कहता, “तेरा सेवक इसराएल के फलाँ गोत्र का है।”