15 इतना ही नहीं, उसने यरूशलेम में कुशल कारीगरों से युद्ध के यंत्र बनवाए थे। ये यंत्र मीनारों+ पर और शहरपनाहों के कोनों पर रखे गए थे और इनसे तीर छोड़े जाते और बड़े-बड़े पत्थर फेंके जाते थे। उज्जियाह की शोहरत दूर-दूर तक फैल गयी क्योंकि उसे बहुत मदद मिली थी और वह काफी ताकतवर हो गया था।