12 इसलिए तुम न तो अपनी बेटियों की शादी उनके बेटों से करवाना और न ही अपने बेटों की शादी उनकी बेटियों से।+ तुम उनकी शांति और खुशहाली के लिए कुछ मत करना।+ तभी तुम शक्तिशाली बनोगे और देश की बढ़िया उपज खाओगे और अपने बेटों को विरासत में यह देश दे सकोगे कि वह हमेशा उनका बना रहे।’