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मत्ती 4:15पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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15 “हे गैर-यहूदियों के गलील, जबूलून और नप्ताली के देश, तुम जो समुंदर के रास्ते पर और यरदन के उस पार हो,
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मत्ती 4:15नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
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15 “हे ज़बूलून के देश और नप्ताली के देश, समुद्र के रास्ते पर यरदन के उस पार, गैर-यहूदियों के गलील!
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मत्ती अध्ययन नोट—अध्याय 4पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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गैर-यहूदियों के गलील: ये शब्द यशायाह ने शायद इसलिए इस्तेमाल किए क्योंकि गलील प्रदेश, इसराएल और आस-पास के दूसरे राष्ट्रों के बीच सरहद की तरह था। गलील जिस इलाके में था और उससे होकर जो रास्ते जाते थे, उनकी वजह से इसराएलियों को कई खतरे थे। दूसरे राष्ट्र आकर उन पर हमला कर सकते थे और उनके इलाके में आकर बस सकते थे। पहली सदी के आते-आते बहुत-से गैर-यहूदी लोग वहाँ रहने लगे थे। इसलिए गलील के बारे में ऐसा कहना और भी सही था।
समुंदर के रास्ते: मुमकिन है कि यहाँ एक प्राचीन रास्ते की बात की गयी है जो गलील झील के किनारे से होते हुए भूमध्य सागर तक जाता था।
यरदन के उस पार: ज़ाहिर है कि यहाँ यरदन नदी के पश्चिमी इलाके की बात की गयी है।
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