वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • मत्ती 5:4
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 4 सुखी हैं वे जो मातम मनाते हैं क्योंकि उन्हें दिलासा दिया जाएगा।+

  • मत्ती 5:4
    नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
    • 4 सुखी हैं वे जो मातम मनाते हैं, क्योंकि उन्हें दिलासा दिया जाएगा।

  • मत्ती
    यहोवा के साक्षियों के लिए खोजबीन गाइड—2019 संस्करण
    • 5:4

      प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

      9/2018, पेज 18-19

      यीशु—राह, पेज 85

      प्रहरीदुर्ग,

      2/15/2009, पेज 6-7

      11/1/2004, पेज 9-10

      9/1/2004, पेज 5

      8/1/1992, पेज 28

  • मत्ती अध्ययन नोट—अध्याय 5
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 5:4

      जो मातम मनाते हैं: ‘मातम मनाने’ का यूनानी शब्द है, पेन्थिओ। इसका मतलब आम तौर पर गहरा शोक मनाना हो सकता है या अपने पापों की वजह से कुचला हुआ महसूस करना हो सकता है। इस आयत में “जो मातम मनाते हैं,” ये वही लोग हैं जिनमें “परमेश्‍वर से मार्गदर्शन पाने की भूख है” जैसा मत्ती 5:3 में बताया है। वे शायद इस बात पर मातम मनाएँ कि आदम से मिले पाप के चलते उन्हें दुख झेलना पड़ रहा है या उनका परमेश्‍वर के साथ अच्छा रिश्‍ता नहीं है। या फिर उन्होंने जो पाप किए हैं उस वजह से वे मातम मनाएँ। जब कुरिंथ की मंडली में व्यभिचार जैसे घोर पाप को बरदाश्‍त किया जा रहा था, तो पौलुस ने उन्हें फटकारते वक्‍त मातम शब्द का इस्तेमाल किया था। (1कुर 5:2) पौलुस ने 2कुर 12:21 में कहा कि उसे डर था कि शायद उसे कुरिंथ मंडली के उन लोगों के लिए ‘शोक मनाना पड़े’ जो अपने पापों से पश्‍चाताप नहीं कर रहे थे। शिष्य याकूब ने कुछ लोगों को बढ़ावा दिया, “अरे पापियो, अपने हाथ धोओ, अरे शक करनेवालो, अपने दिलों को शुद्ध करो। अपनी दुर्दशा पर मातम करो और रोओ।” (याकू 4:8-10) जो लोग अपनी पापी हालत की वजह से बहुत दुखी हैं, उन्हें इस बात से दिलासा मिलता है कि उनके पाप माफ किए जा सकते हैं। इसके लिए उन्हें यीशु के फिरौती बलिदान पर विश्‍वास करना होगा और सच्चा पश्‍चाताप करके यहोवा की मरज़ी पूरी करनी होगी।—यूह 3:16; 2कुर 7:9, 10.

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें