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मत्ती 5:22पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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22 मगर मैं तुमसे कहता हूँ कि हर वह इंसान जिसके दिल में अपने भाई के खिलाफ गुस्से की आग सुलगती रहती है,+ उसे अदालत के सामने जवाब देना पड़ेगा। और हर वह इंसान जो अपने भाई का अपमान करने के लिए ऐसे शब्द कहता है जिन्हें ज़बान पर भी नहीं लाना चाहिए, उसे सबसे बड़ी अदालत के सामने जवाब देना पड़ेगा। और हर वह इंसान जो अपने भाई से कहता है, ‘अरे चरित्रहीन मूर्ख!’ वह गेहन्ना* की आग में जाने के लायक ठहरेगा।+
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मत्ती 5:22नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
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22 मगर मैं तुमसे कहता हूँ कि हर वह इंसान जिसके दिल में अपने भाई के खिलाफ गुस्से की आग सुलगती रहती है, उसे अदालत के सामने जवाब देना पड़ेगा। और हर वह इंसान जो घृणित शब्दों* से अपने भाई का तिरस्कार करता है, उसे सबसे बड़ी अदालत* के सामने जवाब देना पड़ेगा। और हर वह इंसान जो अपने भाई से कहता है, ‘अरे चरित्रहीन मूर्ख!’ वह गेहन्ना* की आग में डाले जाने की सज़ा के लायक ठहरेगा।
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मत्ती अध्ययन नोट—अध्याय 5पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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गुस्से की आग सुलगती रहती है: यीशु के कहने का मतलब था कि ऐसा रवैया रखना नफरत करने के बराबर है, जिसका अंजाम हो सकता है कि एक इंसान किसी की हत्या कर दे। (1यूह 3:15) आखिरकार गुस्सा करनेवाले ऐसे व्यक्ति को परमेश्वर हत्यारा करार दे सकता है।
अपमान करने के लिए ऐसे शब्द कहता है जिन्हें ज़बान पर भी नहीं लाना चाहिए: इन शब्दों के लिए यूनानी शब्द है, राखा (यह शायद इब्रानी या अरामी शब्द से निकला है) जिसका मतलब है “मूर्ख” या “बुद्धिहीन।” जो इंसान अपने संगी-साथी से ऐसे अपमान-भरे शब्द कहता है, वह असल में दिल में पल रही नफरत को अपनी बातों से ज़ाहिर कर रहा होता है।
सबसे बड़ी अदालत: यानी यरूशलेम की महासभा। यह महासभा, महायाजक और 70 दूसरे सदस्यों से बनी होती थी जिनमें मुखिया और शास्त्री होते थे। महासभा जो फैसला सुनाती थी उसे यहूदी लोग आखिरी फैसला मानते थे।—शब्दावली में “महासभा” देखें।
अरे चरित्रहीन मूर्ख: इनके लिए जो यूनानी शब्द है वह उस इब्रानी शब्द के जैसा है जिसका मतलब है, “बगावत करनेवाला” या “विद्रोही।” यह यूनानी शब्द उस व्यक्ति के लिए इस्तेमाल होता था जो नैतिक उसूलों पर नहीं चलता और परमेश्वर से बगावत करता था। इसलिए अगर कोई अपने संगी-साथी को “चरित्रहीन मूर्ख” बुलाता, तो एक तरह से वह कह रहा होता कि उसे वही सज़ा मिले जो परमेश्वर से बगावत करनेवाले को मिलती है, यानी हमेशा का विनाश।
गेहन्ना: यह इब्रानी शब्दों गेह हिन्नोम से निकला है जिनका मतलब है, “हिन्नोम घाटी।” यह घाटी प्राचीन यरूशलेम के दक्षिण से लेकर दक्षिण-पश्चिम तक फैली थी। (अति. ख12, “यरूशलेम और उसके आस-पास का इलाका” नक्शा देखें।) यीशु के दिनों तक यह घाटी कूड़ा-करकट जलाने की जगह बन गयी थी। इसलिए हमेशा का विनाश बताने के लिए “गेहन्ना” शब्द एकदम सही था।—शब्दावली देखें।
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