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  • मत्ती 6:28
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 28 तुम यह चिंता क्यों करते हो कि तुम्हारे पास पहनने के लिए कपड़े कहाँ से आएँगे? मैदान में उगनेवाले सोसन* के फूलों से सबक सीखो, वे कैसे बढ़ते हैं; वे न तो कड़ी मज़दूरी करते हैं न ही सूत कातते हैं।

  • मत्ती 6:28
    नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
    • 28 तुम यह चिंता क्यों करते हो कि तुम्हारे पास पहनने के लिए कपड़े कहाँ से आएँगे? मैदान में उगनेवाले सोसन के फूलों से सबक सीखो, वे कैसे बढ़ते हैं; वे न तो कड़ी मज़दूरी करते हैं, न ही सूत कातते हैं। 

  • मत्ती
    यहोवा के साक्षियों के लिए खोजबीन गाइड—2019 संस्करण
    • 6:28

      प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

      7/2016, पेज 10-11

      प्रहरीदुर्ग,

      6/1/2003, पेज 32

      11/1/1991, पेज 18-19

      सभा पुस्तिका के लिए हवाले,

      3/2024, पेज 5

  • मत्ती अध्ययन नोट—अध्याय 6
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 6:28

      मैदान में उगनेवाले सोसन के फूलों: या “लिली।” कुछ लोगों का मानना है कि ये ऐनीमोन फूल हैं, मगर इनमें ट्‌यूलिप, हायसिंथ, आइरिस, ग्लैडियोलस जैसे तरह-तरह के लिली भी हो सकते हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यीशु उस इलाके में उगनेवाले अलग-अलग जंगली फूलों की बात कर रहा था। इसलिए कई अनुवादों में ‘जंगल के फूल’ कहा गया है। यह बात सच हो सकती है क्योंकि दूसरी आयतों में इसके लिए ‘मैदान में उगनेवाले पौधे’ लिखा गया है।​—मत 6:30; लूक 12:27, 28.

      सबक सीखो: यहाँ इस्तेमाल हुई यूनानी क्रिया का अनुवाद “(अच्छी तरह) पूरी तरह सीखो” भी किया जा सकता है।

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