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  • मत्ती 6:34
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 34 इसलिए अगले दिन की चिंता कभी न करना+ क्योंकि अगले दिन की अपनी ही चिंताएँ होंगी। आज के लिए आज की परेशानियाँ काफी हैं।

  • मत्ती 6:34
    नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
    • 34 इसलिए, अगले दिन की चिंता कभी न करना, क्योंकि अगले दिन की अपनी ही चिंताएँ होंगी। आज के लिए आज की मुसीबत काफी है।

  • मत्ती
    यहोवा के साक्षियों के लिए खोजबीन गाइड—2019 संस्करण
    • 6:34

      खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 37

      सजग होइए!,

      अंक 1 2020 पेज 8

      प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

      12/2016, पेज 21-22

      7/2016, पेज 12

      4/2016, पेज 11

      प्रहरीदुर्ग (जनता के लिए),

      अंक 2 2016, पेज 12

      प्रहरीदुर्ग,

      11/1/2007, पेज 4-6

      9/1/2007, पेज 8

      9/1/2003, पेज 14-15

      12/1/1998, पेज 24

      2/1/1988, पेज 12

  • मत्ती अध्ययन नोट—अध्याय 6
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 6:34

      अगले दिन की चिंता कभी न करना: बाइबल अच्छी योजना बनाने का बढ़ावा देती है। (नीत 21:5) लेकिन अगर हम ऐसी बातों के बारे में हद-से-ज़्यादा चिंता करें जिनकी होने की बस संभावना हो तो हम परमेश्‍वर से दूर जा सकते हैं। नतीजा, हम परमेश्‍वर की बुद्धि पर भरोसा करने के बजाय अपनी समझ का सहारा लेने लग सकते हैं।​—नीत 3:5, 6.

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