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मत्ती 6:34नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
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34 इसलिए, अगले दिन की चिंता कभी न करना, क्योंकि अगले दिन की अपनी ही चिंताएँ होंगी। आज के लिए आज की मुसीबत काफी है।
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मत्ती अध्ययन नोट—अध्याय 6पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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अगले दिन की चिंता कभी न करना: बाइबल अच्छी योजना बनाने का बढ़ावा देती है। (नीत 21:5) लेकिन अगर हम ऐसी बातों के बारे में हद-से-ज़्यादा चिंता करें जिनकी होने की बस संभावना हो तो हम परमेश्वर से दूर जा सकते हैं। नतीजा, हम परमेश्वर की बुद्धि पर भरोसा करने के बजाय अपनी समझ का सहारा लेने लग सकते हैं।—नीत 3:5, 6.
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