वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • मत्ती 8:28
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 28 इसके बाद, यीशु उस पार गदरेनियों के इलाके में पहुँचा। वहाँ दो आदमी थे जिनमें दुष्ट स्वर्गदूत समाए थे। वे कब्रों* के बीच से निकलकर यीशु के पास आए।+ वे इतने खूँखार थे कि कोई भी उस रास्ते से गुज़रने की हिम्मत नहीं करता था।

  • मत्ती 8:28
    नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
    • 28 इसके बाद, यीशु उस पार गदरेनियों के इलाके में पहुँचा। वहाँ दो आदमी थे जिनमें दुष्ट स्वर्गदूत समाए थे। वे कब्रों के बीच से निकलकर यीशु के सामने आए। वे इतने खूँखार थे कि कोई भी उस रास्ते से गुज़रने की हिम्मत नहीं करता था। 

  • मत्ती
    यहोवा के साक्षियों के लिए खोजबीन गाइड—2019 संस्करण
    • 8:28

      यीशु—राह, पेज 114

      प्रहरीदुर्ग,

      12/1/1997, पेज 5

      4/1/1990, पेज 8

  • मत्ती अध्ययन नोट—अध्याय 8
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 8:28

      गदरेनियों के इलाके: गलील झील के उस पार (यानी पूर्वी तट) का इलाका। यह इलाका शायद झील से लेकर गदारा शहर तक था जो झील से 10 कि.मी. (6 मील) दूर था। इस बात का सबूत गदारा से मिले कई सिक्के हैं जिन पर जहाज़ बना हुआ है। मरकुस और लूका ने इस इलाके को ‘गिरासेनियों का इलाका’ कहा। (मर 5:1 का अध्ययन नोट देखें।) हालाँकि गदरेनियों और गिरासेनियों के इलाके अलग थे, मगर कुछ हिस्से शायद ऐसे थे जो दोनों इलाकों में पड़ते थे।​—अति. क7, नक्शा 3ख, “गलील झील के पास” और अति. ख10 देखें।

      दो: मरकुस (5:2) और लूका (8:27) में सिर्फ एक आदमी की बात की गयी है जिसमें दुष्ट स्वर्गदूत समाए थे।​—मर 5:2 का अध्ययन नोट देखें।

      कब्रों: या “स्मारक कब्रों।” (शब्दावली में “स्मारक कब्र” देखें।) ज़ाहिर है कि ये कब्रें, गुफाएँ होती थीं या फिर चट्टानें काटकर बनायी जाती थीं और आम तौर पर ये शहरों से बाहर होती थीं। यहूदी लोग इन कब्रों के पास नहीं जाते थे क्योंकि कानून के मुताबिक वहाँ जाने से वे अशुद्ध हो जाते थे। इसलिए इन जगहों पर ऐसे लोग भटकते-फिरते थे, जो पागल होते थे या जिनमें दुष्ट स्वर्गदूत समाए होते थे।

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें