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  • मत्ती 10:14
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 14 अगर किसी घर या शहर में कोई तुम्हें स्वीकार नहीं करे या तुम्हारी नहीं सुने, तो वहाँ से बाहर निकलते वक्‍त अपने पैरों की धूल झाड़ देना।+

  • मत्ती 10:14
    नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
    • 14 जिस घर या शहर में कोई तुम्हें अंदर नहीं आने देता या तुम्हारे वचन नहीं सुनता, तो वहाँ से बाहर निकलते वक्‍त अपने पैरों की धूल झाड़ देना।* 

  • मत्ती
    यहोवा के साक्षियों के लिए खोजबीन गाइड—2019 संस्करण
    • 10:14

      प्रहरीदुर्ग,

      8/1/1989, पेज 31-32

      3/1/1988, पेज 24-25

  • मत्ती अध्ययन नोट—अध्याय 10
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 10:14

      अपने पैरों की धूल झाड़ देना: चेलों का ऐसा करना दिखाता कि परमेश्‍वर उस घर के लोगों का जो न्याय करता उसके लिए वे ज़िम्मेदार नहीं होते। ये शब्द मर 6:11 और लूक 9:5 में भी पाए जाते हैं। इन शब्दों के साथ-साथ मरकुस ने यह भी लिखा, “ताकि उन्हें गवाही मिले” और लूका ने लिखा, “ताकि उनके खिलाफ गवाही हो।” पौलुस और बरनबास जब पिसिदिया इलाके के अंताकिया शहर में थे तो उन्होंने भी यह हिदायत मानी। (प्रेष 13:51) पौलुस जब कुरिंथ में था तो उसने कुछ इससे मिलता-जुलता ही किया। उसने अपने कपड़े झाड़े और वहाँ के लोगों से कहा, “तुम्हारा खून तुम्हारे ही सिर पड़े। मैं निर्दोष हूँ।” (प्रेष 18:6) पैरों की धूल झाड़ना, इस तरह के व्यवहार से चेले शायद वाकिफ थे। धर्मी होने का दम भरनेवाले यहूदी जब गैर-यहूदियों के देश से सफर करके आते थे, तो अपने इलाकों में घुसने से पहले पैरों की धूल झाड़ देते थे क्योंकि वे सोचते थे कि उस देश की मिट्टी अशुद्ध है। लेकिन ज़ाहिर है कि जब यीशु ने अपने चेलों को यह हिदायत दी तो उसके मन में यह बात नहीं थी।

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