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मत्ती 27:3नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
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3 जब उसे पकड़वानेवाले यहूदा ने देखा कि यीशु को मौत की सज़ा दी गयी है, तो उसका दिल उसे कचोटने लगा। उसने प्रधान याजकों और बुज़ुर्गों को चाँदी के वे तीस सिक्के लौटाते हुए
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मत्ती अध्ययन नोट—अध्याय 27पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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उसका दिल उसे कचोटने लगा: हालाँकि यहाँ इस्तेमाल हुए यूनानी शब्द मेटामीलोमाइ का मतलब सही इरादे से पश्चाताप करना हो सकता है, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं कि यहूदा वाकई पछता रहा था। (इस यूनानी शब्द का अनुवाद मत 21:29, 32; 2कुर 7:8 में “पछतावा हुआ” या “अफसोस” किया गया है।) परमेश्वर के सामने पश्चाताप करना, यह बताने के लिए बाइबल में एक अलग शब्द मेटानो-एयो इस्तेमाल हुआ है (जिसका अनुवाद मत 3:2; 4:17; लूक 15:7; प्रेष 3:19 में ‘पश्चाताप करना’ किया गया है)। यह शब्द दिखाता है कि पश्चाताप करने में सोच, रवैया या लक्ष्यों में ज़बरदस्त बदलाव करना शामिल है। यहूदा का उन लोगों के पास वापस जाना जिनके साथ उसने साज़िश की थी और बाद में खुदकुशी करना दिखाता है कि उसकी सोच बदली नहीं थी बल्कि अब भी भ्रष्ट थी।
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