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  • मरकुस 3:29
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 29 मगर जो कोई पवित्र शक्‍ति के खिलाफ निंदा की बातें कहेगा, उसे कभी माफ नहीं किया जाएगा,+ बल्कि वह ऐसे पाप का दोषी होगा जो कभी नहीं मिटेगा।”+

  • मरकुस 3:29
    नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
    • 29 मगर जो कोई पवित्र शक्‍ति के खिलाफ निंदा करेगा, उसे कभी माफ नहीं किया जाएगा, बल्कि वह ऐसे पाप का दोषी होगा जो कभी नहीं मिटेगा।” 

  • मरकुस
    यहोवा के साक्षियों के लिए खोजबीन गाइड—2019 संस्करण
    • 3:29

      यीशु—राह, पेज 103

      प्रहरीदुर्ग,

      8/1/2007, पेज 13

      10/1/1989, पेज 17

  • मरकुस अध्ययन नोट—अध्याय 3
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 3:29

      पवित्र शक्‍ति के खिलाफ निंदा की बातें कहेगा: निंदा की बातों का मतलब है, ऐसी बातें जो परमेश्‍वर या पवित्र चीज़ों के खिलाफ कही जाती हैं, या जिनसे परमेश्‍वर की बदनामी या उसका अपमान होता है। परमेश्‍वर ही पवित्र शक्‍ति देता है, इसलिए जानबूझकर उस शक्‍ति के कामों का विरोध करना या उन्हें नकारना परमेश्‍वर की निंदा करना है। जैसे मत 12:24, 28 और मर 3:22 में लिखा है, यहूदी धर्म गुरु जानते थे कि यीशु पवित्र शक्‍ति की मदद से चमत्कार कर रहा है, फिर भी उन्होंने कहा कि वह शैतान की ताकत से चमत्कार कर रहा है।

      वह ऐसे पाप का दोषी होगा जो कभी नहीं मिटेगा: मालूम पड़ता है कि यहाँ जानबूझकर किए गए ऐसे पाप की बात की गयी है, जिसका अंजाम हमेशा का विनाश होता है। ऐसे पाप की माफी के लिए कोई बलिदान नहीं है।​—इसी आयत में पवित्र शक्‍ति के खिलाफ निंदा की बातें कहेगा पर अध्ययन नोट और इसके मिलते-जुलते ब्यौरे मत 12:31 का अध्ययन नोट देखें।

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