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लूका 2:39नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
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39 जब यूसुफ और मरियम यहोवा के कानून के मुताबिक सारे काम पूरे कर चुके, तो गलील में अपने शहर नासरत लौट गए।
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दुनिया के लिए सच्ची रौशनीयीशु की ज़िंदगी—एक अनोखी दास्तान—वीडियो गाइड
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यीशु का परिवार नासरत में बस जाता है (यीशु की ज़िंदगी 1 59:34–1:03:55)
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लूका अध्ययन नोट—अध्याय 2पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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यहोवा के कानून: इब्रानी शास्त्र में शब्द “कानून” के साथ-साथ परमेश्वर के नाम के चार इब्रानी अक्षर कई बार लिखे हैं।—निर्ग 13:9; 2रा 10:31; 1इत 16:40; 22:12; 2इत 17:9; 31:3; नहे 9:3; भज 1:2; 119:1; यश 5:24; यिर्म 8:8; आम 2:4; कृपया लूक 1:6; 2:23 के अध्ययन नोट और अति. ग3 परिचय; लूक 2:39 देखें।
गलील . . . लौट गए: इन शब्दों से लग सकता है कि यूसुफ और मरियम, यीशु को मंदिर में लाने के बाद सीधे नासरत लौट गए। लेकिन असल में इस किताब में यह जानकारी बहुत संक्षिप्त रूप में दी गयी है। मत्ती की किताब (2:1-23) में और खुलकर जानकारी दी गयी है कि इस बीच क्या हुआ था जैसे, ज्योतिषी आए थे, यूसुफ और मरियम यीशु को राजा हेरोदेस की साज़िश से बचाने के लिए मिस्र भाग गए थे, हेरोदेस की मौत हुई थी और फिर यीशु का परिवार नासरत लौट आया था।
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