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लूका 2:41नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
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41 उसके माता-पिता अपने दस्तूर के मुताबिक हर साल फसह के त्योहार के लिए यरूशलेम जाया करते थे।
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दुनिया के लिए सच्ची रौशनीयीशु की ज़िंदगी—एक अनोखी दास्तान—वीडियो गाइड
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12 साल का यीशु मंदिर में (यीशु की ज़िंदगी 1 1:03:57–1:09:40)
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लूका अध्ययन नोट—अध्याय 2पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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उसके माता-पिता अपने दस्तूर के मुताबिक: कानून में यह माँग नहीं की गयी थी कि औरतें भी फसह मनाने के लिए यरूशलेम जाएँ। फिर भी मरियम का दस्तूर था कि वह यूसुफ के साथ हर साल यह त्योहार मनाने यरूशलेम जाती थी। (निर्ग 23:17; 34:23) हालाँकि यूसुफ और मरियम का परिवार बढ़ रहा था, फिर भी वे हर साल यरूशलेम जाते थे। उन्हें पहाड़ी रास्ते से होकर जाना पड़ता था। ऐसा मालूम होता है कि आने-जाने में वे करीब 300 कि.मी. (190 मील) का सफर तय करते थे।
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