फुटनोट
b कुछ लोग औषधोपचार के अनचाहे गौण प्रभावों का अनुभव करते हैं, जिसमें चिन्ता और कुछ अन्य भावात्मक समस्याएँ भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, उद्विपक औषधोपचार टूरेट सिंड्रोम जैसे पेशी-संकुचन विकार के मरीज़ों में ऐंठन को और भी बदतर कर सकता है। अतः औषधोपचार को किसी डॉक्टर की देखरेख में किया जाना चाहिए।