फुटनोट
b प्रहरीदुर्ग के सितंबर १, १९९७ अंक, पृष्ठ २१-२२ में कहा गया था: “यहोवा के साक्षी इस बात को जानने के लिए उत्सुक रहे हैं कि यहोवा का दिन कब आएगा। अपनी उत्सुकता की वज़ह से उन्होंने कभी-कभी अनुमान लगाने की कोशिश की है कि यह कब आएगा। लेकिन ऐसा करने से वे यीशु के प्रारंभिक चेलों की नाई अपने स्वामी की इस चेतावनी का पालन करने में विफल हुए हैं कि हम “नहीं जानते कि वह समय कब आएगा।” (मरकुस १३:३२, ३३) ठट्ठा करनेवालों ने वफ़ादार मसीहियों की असामयिक प्रत्याशाओं का मज़ाक उड़ाया है। (२ पतरस ३:३, ४) लेकिन पतरस इस बात पर ज़ोर देता है कि यहोवा की समय-सारिणी के अनुसार उसका दिन आएगा।”