फुटनोट
a शास्त्रों को तोड़-मरोड़कर इन प्रतिबंधों को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया। जबकि बाइबल ऐसा नहीं कहती, प्रभावशाली धर्मविज्ञानी टर्टूलिअन ने सिखाया कि क्योंकि स्त्री ‘पहले पाप और मनुष्य के पतन’ का कारण थी, इसलिए स्त्रियों को “हव्वा की तरह शोक और पश्चाताप की मुद्रा में” चलना चाहिए। असल में उसने आग्रह किया कि स्वाभाविक रूप से सुंदर स्त्री को इतना तक करना चाहिए कि अपनी सुंदरता को छिपाए।—रोमियों ५:१२-१४; १ तीमुथियुस २:१३, १४ से तुलना कीजिए।